यदि आप शरीर से तथा आर्थिक रूप से कमजोर है। आप चाह कर भी पूरे भारत देश के विभिन्न प्रांतो में स्थापित एवं स्वंय भू बारह ज्योतिलिंगो का दर्शन लाभ नहीं ले पा रहे हो तो निराश न हो क्योकि मां सूर्य पुत्री ताप्ती नदी के तट पर भगवान राम ने स्वंय भगवान विश्वकर्मा जी की मदद से बारह ज्योतिलिंगो की आकृति उकेरी है। आज भी सदियो बीत जाने के बाद ईश्वर निर्मित बारह ज्योतिलिंगो की आकृति के दर्शन का एक ही स्थान पर लाभ ले। मां ताप्ती में हिन्दुओ के तैतीस कोटी के तैतीस करोड देवी - देवता आज भी स्नान - ध्यान करने के लिए आते है। यहां पर भगवान श्री राम ने अपने पूर्वजो का तर्पण किया था। सूर्यवंश में जन्मी एवं चन्दवंशी में बिहाई मां ताप्ती के पावन तट पर एक बार जरूर आए।
नागपुर - भोपाल नेशनल हाइवे 69 पर बैतूल जिला मुख्यालय है।
यहां से 18 किलोमीटर दूर पर बारहलिंग नामक स्थान है। यहां पर पहुंच के लिए सडक मार्ग भी है।
रेल से आने वाले श्रद्धालु भक्तो के लिए
चेन्नई से नई दिल्ली से चेन्नई रेल मार्ग पर बैतूल स्टेशन पडता है। यहां से सडक मार्ग से शिवधाम बारहलिंग पहुंचा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया हमसे सम्पर्क करे।
सम्पर्क सूत्र
www.maasuryaputritapati.com
www.uftnews.com
रामकिशोर पंवार
बैतूल संवाददाता दैनिक पंजाब केसरी दिल्ली
खंजनपुर बैतूल मध्यप्रदेश
मो.
9406535572
9993162080
07141 236122
ramkishore_pawar@rediffmail
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